मैं २०२३ वर्ष में आप लोगो के लिये मेरे घर पे बनायवाली अरहरदाल, चणाडाळ, हलदि पावडर, खपली गेंहू आटा यह सब घर पे बनावाया है और साथ में गावरानी चणा, खपली गेंहू है यह सब मेरे प्राकृतिक खेत में के उत्पादन है |
मैं देवेश नाईक , मु.पो. दहेली तांडा , ता. किनवट, जिल्हा. नांदेड , महाराष्ट्र का किसान हूं मैं वर्ष २०१६ से प्राकृतिक खेती कर रहा हूं ईस खेती में जो भी उत्पादन निकलता है उस के बाद में जो भी अरहर का पेंड , गेंहू की पराली, या कास्ट रहता है उसी को मैं दुसरे वर्ष के फसल के उत्पादन के लिये जमीन पे आच्छादन करके उसी पे गाय , बकरी , मेंढी को खीलाने के बाद जुताई करे बीना दुसरे वर्ष का बीज जमीन मे लगाकर सिर्फ निराई - गुराई कर के किसी भी तरह का स्प्रे नही ना जिवामृत, ना अग्नी अस्त्र, ब्रम्हा अस्त्र, ना ताम्र लसी , सिर्फ रब्बी के क्राप के लिये एक बार रोटावेटर का उपयोग करके खपली गेंहू और गावरानी चणा का बीज जमीन मे लगाकर क्राप लीया जाता है यह सब उत्पादन आप लोगो के लिये उपलब्ध है धन्यवाद |
Language | hindi |
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Farming Method | organic |